कैस. पेन., सेज़. VI, सं. 33012 दिनांक 22 अगस्त 2024 का निर्णय आपराधिक मामले में एक महत्वपूर्ण हस्तक्षेप है, जो प्रक्रियात्मक कार्यों की शून्यवतता और धोखाधड़ी तथा भ्रष्टाचार के मामलों में जिम्मेदारी के नाजुक मुद्दे को संबोधित करता है। अभियुक्त, ए.ए., को शुरू में आपराधिक संघ और agravated धोखाधड़ी के आरोपों से बरी कर दिया गया था, लेकिन भ्रष्टाचार के लिए दोषी ठहराया गया था। हालांकि, कैस. पेन. ने गंभीर प्रक्रियात्मक और प्रेरक दोषों को उजागर करते हुए फैसले को रद्द कर दिया।
ए.ए. पर आवश्यक योग्यता न रखने वाले व्यक्तियों को झूठे आदेशों के माध्यम से अनुचित रूप से विकलांगता पेंशन प्रदान करने का आरोप लगाया गया था। आरोप सह-अभियुक्तों के बयानों पर आधारित थे, जिनकी विश्वसनीयता और ठोस सबूतों की कमी पर विवाद किया गया था।
अपील किए गए फैसले में माना गया कि अभियुक्त की ओर से उनके द्वारा जारी की गई विकलांगता प्रथाओं की झूठी प्रकृति के बारे में जागरूकता के सबूत की कमी, उचित संदेह से परे, धोखाधड़ी और जालसाजी के अपराधों पर अनिवार्य परिणाम है।
निर्णय कैस. पेन., सेज़. VI, सं. 33012 वर्ष 2024 आपराधिक मामले में एक महत्वपूर्ण मिसाल कायम करता है, जो बचाव के मौलिक सिद्धांत और निष्पक्ष सुनवाई की आवश्यकता की पुष्टि करता है। कैस. पेन. द्वारा उजागर की गई गंभीर प्रक्रियात्मक अनियमितताओं ने न केवल अपील किए गए फैसले को रद्द किया, बल्कि भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के मामलों में लोक सेवकों की जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े किए। इस मामले को पढ़ने से प्रक्रियात्मक गारंटी और आपराधिक क्षेत्र में सबूतों के उचित प्रबंधन के महत्व पर विचार करने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।